top of page
Search

Untitled

"उपदेशो हि मूर्खाणां प्रकोपाय न शान्तये।

पयःपानं भुजंगानां केवलं विषवर्द्धनम्।।"



अर्थात - "मूर्खों को दिया गया उपदेश उनके क्रोध को शांत न करके और बढ़ाता ही है । जैसे सर्पों को दूध पिलाने से उनका विष ही बढ़ता है ।"


 
 
 

Recent Posts

See All
ॐ हनुमते नमः

श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये श्री हनुमान जन्मोत्सव की सभी श्रद्धालुओं एवं देश वासियों को मंगलमय शुभकामनाएं! प्रभु श्री राम के परम भक्त,...

 
 
 

Comments


CALL US 7042088704

Find Us 

@trusthindu on Twitter

© 2023 by Sanatan Hindu

bottom of page